राधाष्टमी साधारण तिथि नहीं, जन्माष्टमी इसी से पूर्ण होती है.
भाद्रपद माह की शुक्लपक्ष की अष्टमी को राधाष्टमी के नाम से मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण की पूजा बिना श्रीराधाजी के स्मरण के अपूर्ण मानी जाती है. राधाष्टमी के दिन…
भाद्रपद माह की शुक्लपक्ष की अष्टमी को राधाष्टमी के नाम से मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण की पूजा बिना श्रीराधाजी के स्मरण के अपूर्ण मानी जाती है. राधाष्टमी के दिन…
नवरात्रि मां जगदंबा की आराधना का सबसे पावन मुहूर्त होता है. माता की कृपा प्राप्त करने के लिए नवरात्र में खास व्रत-पूजन होता है. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा और आश्विन शुक्ल…
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव प्रबोधिनी या देव उठनी एकादशी कहते हैं. धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रबोधिनी या देव उठनी एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु…
कार्तिक शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज या भैया दूज या यम द्वितीया के नाम से मनाया जाता है. भाई की लंबी उम्र के लिए बहनें भाई दूज या…
दावात पूजा या चित्रगुप्त पूजा यम द्वितीया को की जाती है. कायस्थ जाति के लोग जिनकी आजीविका कलम से है वे इसे विशेष रूप से करते हैं. दावात पूजा के…
कार्तिक कृष्ण पक्ष में करवा चौथ (Karwa Chauth) और अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) दो बड़े व्रत हैं जिसे महिलाएं अपने पति व संतान की लंबी और सुखद जीवन की कामना…
करवा चौथ को करक चतुर्थी या कड़वा चौथ के नाम से भी जाना जाता है. करवा चौथ का व्रत स्त्रियां पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. कार्तिक मास…
नवरात्रि का व्रत भगवान श्रीराम ने भी रखा था. नवरात्रि व्रत है ही इतना मंगलकारी. कहते हैं सच्ची श्रद्धा के साथ रखा गया नवरात्रि का व्रत सभी अमंगलों को हरने…
जीवितपुत्रिका व्रत को जीतिया या जिउतिया के नाम से भी जाना जाता है. यह संतान के लिए रखा जाने वाला व्रत है. जीवितपुत्रिका व्रत जीतिया वेस्त्रियां रखती हैं जिनके संतान हैं.…
भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्दशी अनंत चतुर्दशी कहलाती है. इस दिन भगवान अनंत के रूप में श्रीविष्णु की पूजा की जाती है. अनंत चतुर्दशी पूजन के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं…
अक्षय तृतीया को सबसे पवित्र मुहूर्त में माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा होती है. कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना सबसे लाभदायक बताया गया है. कनकधारा स्तोत्र…
किसी स्त्री को असमय वैधव्य झेलने का शास्त्रों में एक कारण बताया गया है. अपवित्र अवस्था में कोई स्त्री मांगलिक कार्यों में शामिल होती है तो उस दोष के कारण…
हरतालिका तीज महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक प्रमुख पर्व है. तीज सावन शुक्लपक्ष की तृतीया को भी मनाया जाता है. उसे हरियाली तीज कहते हैं. भाद्रपद मास के शुक्ल…
सुहागिनों और कहीं-कहीं कुंआरी कन्याओं द्वारा अच्छे दांपत्य जीवन की कामना से किया जाने वाला त्योहार है तीज. विधि-विधान से तीज व्रत रखके शिव-पार्वती पूजन से अखंड सुहाग का वरदान मिलता…
भविष्य पुराण, पद्म पुराण तथा श्रीमद्भागवत पुराण में हरिशयन को योगनिद्रा कहा गया है. चतुर्मास में श्रीहरि विष्णु अन्य देवताओं के साथ योगनिद्रा में चले जाते हैं. आषाढ़ मास के…
संतान प्राप्ति, जन्मी संतान के सुखद जीवन के लिए पुत्रदा एकादशी या पवित्रा एकादशी करनी चाहिए. घर में लडडू गोपाल विराजें हैं तो पुत्रदा एकादशी को जरूर करें उनकी विधिवत…