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बलराम ग्वाल है. उसे राजाओं के संस्कार और उनके मनोरंजन के माध्यमों के बारे में क्या पता. उसने कभी चौपड़ देखा भी न होगा. इसलिए तुम उसे चौपड़ में पराजित करो और अपने अपमान का बदला लो.

रूक्मी को यह बात जंच गई. उसे लगा कि यह सही अवसर है किंतु बलराम का अपमान करने की मंशा से चले रूक्मी के प्राण उसी मंडप में चले गए. ऐसा क्यों हुआ. पढ़िए अगले पोस्ट में कुछ ही देर में.

संकलन व प्रबंधन: प्रभु शरणम् मंडली

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