हमारा फेसबुक पेज लाईक करें.[fblike]

मुनि ने उनसे फिर शिकायत की- प्रभु यह क्या. इतनी प्रतीक्षा के बाद आप इतना बड़ा मौका देने वाले थे, तो इसके बारे में यदि पहले बता देते तो मैं थोड़ा अभ्यास कर लेता. अब तो राह ही बंद हो गई.

शिवजी हंस दिए. उन्होंने समझाया- मुनि, जीवन में कोई भी अवसर बताकर नहीं आता. कब किस्मत खुल जाए, कब जीवन का सबसे बड़ा अवसर मिल जाए, इसके बारे में कहा नहीं जा सकता.

इसके लिए इंसान को हमेशा स्वयं को तैयार रखना चाहिए. तुमने तो आस ही छोड़ दी, अभ्यास करना छोड़ दिया इसलिए तुम्हें आज अपमानित होना पड़ा.

कई लोग अपनी सारी असफलता और परेशानी को भगवान या किस्मत पर छोड़ देते हैं. जब भी किसी काम में अच्छे परिणाम नहीं मिलते तो किस्मत को कोसने लगते हैं अपनी हार भगवान के मत्थे मढ़ देते हैं.

शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

5 COMMENTS

    • आपके शुभ वचनों के लिए हृदय से कोटि-कोटि आभार.
      आप नियमित पोस्ट के लिए कृपया प्रभु शरणम् से जुड़ें. ज्यादा सरलता से पोस्ट प्राप्त होंगे और हर अपडेट आपको मिलता रहेगा. हिंदुओं के लिए बहुत उपयोगी है. आप एक बार देखिए तो सही. अच्छा न लगे तो डिलिट कर दीजिएगा. हमें विश्वास है कि यह आपको इतना पसंद आएगा कि आपके जीवन का अंग बन जाएगा. प्रभु शरणम् ऐप्प का लिंक? https://goo.gl/tS7auA

    • कृपया अपडेट कर लें नया वर्जन और ज्यादा उपयोगी है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here