[sc:fb]

इंजीनियरिंगः
ज्योतिष में शनि को मशीनों, पुर्जों, औजार, उपकरणों का कारक माना गया है तो मंगल ग्रह विद्युत, भूमि का कारक होकर मशीनों को संचालित करने का कारक माना गया है. भूमि और निर्माण कार्यों का कारक भी मंगल ग्रह है.

शनि और मंगल ही तकनीकी कार्यों और टेक्नोलॉजी में अपनी भूमिका निभाते हैं. व्यक्ति की तकनीकी समझ और तकनीकी कार्यों में रुचि बढ़ाने के लिए ये उत्तरदायी माने गए हैं. अतः इंजीनियरिंग में सफलता के लिए शनि और मंगल का अनुकूल होना जरूरी है.

शनि को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को ऊं शं शनैश्चरायै नमः का 108 बार जाप करें. आजमा कर देख लें मुश्किल से दो से तीन मिनट लगते हैं.

शनि पीपल में निवास करते हैं. आते-जाते रास्ते में कहीं पीपल का वृक्ष दिखा हो तो शनिवार को उसे जरूर प्रणाम कर लें. इसमें भी कोई अतिरिक्त समय नहीं लगा.

[irp posts=”6548″ name=”ऐसी स्त्री किसी का जीवन बदल देती है”]

आपके पास काले रंग का कपड़ा तो होगा ही. शनिवार को याद से कोई न कोई काला कपड़ा जरूर पहनें. वह रूमाल भी हो सकता है. इसके लिए भी आपको कोई अतिरिक्त काम नहीं करना पड़ा.

मंगल को प्रसन्न रखने के लिए मजदूरों को प्रसन्न रखें. उन्हें मंगलवार को कुछ मीठा बिस्कुट या टॉफी ही सही खिला दिया करें.

कभी किसी मजदूर को प्रताड़ित न करें. उसका हक न मारें.

हनुमानजी की पूजा करें. मंगलवार मंदिर जाकर हनुमानजी के चरण से सिंदूल लेकर तिलक लगाएं. संभव हो सकें तो बूंदी प्रसाद चढ़ा दें.

अगले पेज पर जानें सफल डॉक्टरी के लिए क्या करें.

शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here