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आपकी नीयत सही है तो ईश्वर मार्ग दिखाते हैं. हमें संघर्ष करना चाहिए, युक्ति लगानी चाहिए. जब हार जाएं तब इस स्थान को छोड़ने के बारे में सोचा जाए. खरगोशों की सभा में ज्ञानपूर्ण तर्क-वितर्क हुआ.

अंततः निष्कर्ष निकला कि कि पहले हाथियों को डराकर भगाने का कोई उपाय सोचा जाए. सम्भव है, उससे ही हमारा काम बन जाए और हाथी यह स्थान छोड़कर चल दें, नहीं तो फिर स्थान का त्याग किया जाएगा.

एक खरहे ने कहा- हमारा राजा विजयदत्त चंद्रमण्डल में रहता है. चन्द्रमा की ओर से कोई झूठा दूत बनाकर उस हाथियों के राजा के पास भेजा जाए जो उसको यह विश्वास दिलाये कि हम चन्द्रवंशी हैं.

उन्हें इस बात का भय दिखाया जाये कि हमारे राजा चन्द्रदेव उनके यहां आने की पर नाराज हैं, वे उनका नुकसान कर सकते हैं. हो सकता है कि इस पर विश्वास करके हाथियों का राजा अपनी प्रजा को लेकर यहां से दूर चला जाए.
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