Bajrang Bali
पौराणिक कथाएँ, व्रत त्यौहार की कथाएँ, चालीसा संग्रह, भजन व मंत्र, गीता ज्ञान-अमृत, श्रीराम शलाका प्रशनावली, व्रत त्यौहार कैलेंडर इत्यादि पढ़ने के हमारा लोकप्रिय ऐप्प “प्रभु शरणम् मोबाइल ऐप्प” डाउनलोड करें.
Android मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
iOS मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
[sc:fb]

एक राजा ने स्वप्न में एक साधु को देखा. साधु ने राजा को अगले दिन होने वाली उसकी मृत्यु के बारे में कुछ बता रहे थे. साधु ने बताया- कल रात तुम्हें एक विषैला सर्प डंसेगा और तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी.

साधु ने राजा को सर्प के रहने के स्थान के बारे में भी बताया कि वह अमुक पेड़ की जड़ में रहता है. पूर्वजन्म में तुमने उसका बड़ा अहित किया था. उसी शत्रुता का बदला लेने के लिए वह तुम्हें डंसेगा.

प्रातःकाल राजा सोकर उठा और स्वप्न की बात पर विचार करने लगा. राजा धर्मात्मा था और धर्मात्माओं को अक्सर सच्चे ही स्वप्न हुआ करते हैं. इसलिए सपना सत्य होगा इसका उसे विश्वास था.

राजा विचार करने लगा कि अब आत्मरक्षा के लिए क्या उपाय करना चाहिए? सोचते-सोचते राजा इस निर्णय पर पहुंचा कि मधुर व्यवहार से बढ़कर शत्रु को जीतने वाला और कोई हथियार इस पृथ्वी पर नहीं है.

शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here