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पारिवारिक कलह से मुक्ति के लिएः
जटा में गंगा और सिर पर चंद्रमा को धारण किए हुए, बाएं ओर गोद में माता पार्वती को बैठाए हुए और पुत्र कार्तिकेय और गणेश के साथ स्थित भगवान शिव की मूर्ति की पूजा करने से घर-परिवार के झगड़े खत्म होते हैं. घर में सुख-शांति का वातावरण बनता है.
अज्ञात पापों से मुक्ति के लिएः
हाथ में धनुष-बाण लिए हुए, रथ पर बैठे हुए भगवान शिव की पूजा करने से मनुष्य को जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिलती है.
शत्रुओं पर विजय के लिएः
जिस मूर्ति में भगवान शिव दैत्य निकुंभ की पीठ पर बैठे हुए, दाएं पैर को उसकी पीठ पर रखे हों. बाईं ओर मां पार्वती हों. ऐसी मूर्ति की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है.
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अति उत्तम
जय भोले नाथ
ॐ नमः शिवाय
प्रभु आप पर लाखो करोडो किरपाय बरसाय । धन्यवाद