
लक्ष्मीजी की कृपा और संतान सुख प्रदान कराने वाली है शरद पूर्णिमा. शरद पूर्णिमा को बहुत फलदायी कहा गया है. जानें कैसे भगवान को खीर प्रसाद भेंट किया जाता है. कैसे की जाती है लक्ष्मी पूजा कार्तिक पूर्णिमा को.
कार्तिक महात्म्य की कथा सुनने का विशेष महत्व कहा गया है. कहते हैं जो इस कथा का श्रवण करते हैं या अन्य लोगों को सुनाते हैं उनपर भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं. तो यदि आप स्नान पूरे विधि-विधान से न भी कर पाते हों तो कार्तिक महात्म्य की कथा तो पढ़ ही सकते हैं और दूसरों को सुना सकते हैं. खासतौर से घर के बड़े बुजुर्गों को.
कथा का प्रबंध हम आपके लिए प्रभु शरणं ऐप में पहले ही कर चुके हैं. छोटे-छोटे अध्यायों में पूरी कथा डाल दी गई है. आप प्रभु शरणं ऐप डाउनलोड करें प्लेस्टोर से और पढ़े पूरा कार्तिक महात्म्य. धर्म प्रचार के लिए बनाया गया प्रभु शरणं ऐप एकदम फ्री है. आप इसे देखें तो सही एक बार. आपको लगेगा कि आपकी सारी तलाश पूरी हुई. न पसंद आए तो डिलीट कर दीजिएगा पर बिना देखे कैसे निर्णय किया जा सकता है.
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कार्तिक माह की पूर्णिमा को बिना स्नान किए अन्न तक ग्रहण नहीं करना चाहिए. कार्तिक माह की षष्ठी को कार्तिकेय व्रत का अनुष्ठान किया जाता है. भगवान कार्तिकेय इसके देवता हैं. अपनी क्षमतानुसार दान आदि भी करना चाहिए.
दान किसी भी जरूरतमंद को करें. कार्तिक माह में पुष्कर, कुरुक्षेत्र तथा वाराणसी तीर्थ स्थान स्नान तथा दान के लिए अति महत्वपूर्ण माने गए हैं.
भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था- हे पार्थ! व्रत-तप करने वालों से भी मुझे वे भक्त ज्यादा प्रिय हैं जो मेरा नित्य भजन करते हैं और दूसरों को भक्ति व धर्म के मार्ग पर ले जाने में सहयोगी बनते हैं. आप भी अन्य लोगों को इस धर्ममार्ग पर जोड़कर श्रीकृष्ण के कृपापात्र बनें.
अभी शरद पूर्णिमा की कथा और पूजन विधि संक्षेप में बता रहे हैं. कल कोजागरा व्रत की पूरी विधि विस्तार से बताएंगे.
आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. नारद पुराण के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी अपने हाथों में वर और अभय लिए भ्रमण करती हैं. इस दिन वह रात्रि जागरण करते भक्तों को धन-वैभव प्रदान करती हैं.
शरद पूर्णिमा को माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. इस दिन सुबह जल्दी नहाकर नए वस्त्र धारण किये जाते हैं. पूरे दिन का उपवास किया जाता है. संध्या के समय चंद्रोदय के बाद लक्ष्मी पूजा की जाती है.
चन्द्रमा के उदय होने के बाद चांदी, सोने या मिट्टी के दीपक जलाने चाहिए. फिर घी और शक्कर से बनी खीर को चन्द्रमा की चांदनी में रखना चाहिए. फिर चन्द्रमा के दर्शन कर उनकी पूजा करें और पूर्णिमा की कथा सुनने के बाद उपवास खोलते हैं.
जब रात्रि का एक पहर बीत जाए तो यह भोग लक्ष्मीजी को अर्पित करना चाहिए. रात्रि जागरण किया जाता है. भजन एवम गीत गाए जाते हैं. रात्रि बारह बजे के बाद खीर का प्रसाद वितरित किया जाता है.
शरद पूर्णिमा की कथा-
एक साहूकार के दो पुत्रियां थीं. दोनों पुत्रियां पूर्णिमा का व्रत रखती थी, परन्तु बड़ी पुत्री विधिपूर्वक पूरा व्रत करती थी जबकि छोटी पुत्री अधूरा व्रत ही किया करती थी. परिणाम स्वरूप साहूकार के छोटी पुत्री की संतान पैदा होते ही मर जाती थी.
उसने पंडितों से अपने संतानों के मरने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि पहले समय में तुम पूर्णिमा का अधूरा व्रत किया करती थी, जिस कारणवश तुम्हारी सभी संतानें पैदा होते ही मर जाती है.
फिर छोटी पुत्री ने पंडितों से इसका उपाय पूछा तो उन्होंने बताया कि यदि तुम विधिपूर्वक पूर्णिमा का व्रत करोगी, तब तुम्हारे संतान जीवित रह सकते हैं.
साहूकार की छोटी कन्या ने उन भद्रजनों की सलाह पर पूर्णिमा का व्रत विधिपूर्वक संपन्न किया. फलस्वरूप उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई परन्तु वह शीघ्र ही मृत्यु को प्राप्त हो गया. तब छोटी पुत्री ने उस लड़के को पीढ़ा पर लिटाकर ऊपर से पकड़ा ढंक दिया.
फिर अपनी बड़ी बहन को बुलाकर ले आई और उसे बैठने के लिए वही पीढ़ा दे दिया. बड़ी बहन जब पीढ़े पर बैठने लगी तो उसका घाघरा उस मृत बच्चे को छू गया. बच्चा घाघरा छूते ही रोने लगा.
बड़ी बहन बोली- तुम तो मुझे कलंक लगाना चाहती थी. मेरे बैठने से तो तुम्हारा यह बच्चा दबकर मर ही जाता.
उसपर छोटी बहन ने बताया- बहन तुम नहीं जानती, यह तो पहले से ही मरा हुआ था, तुम्हारे भाग्य से ही फिर से जीवित हो गया है.
तेरे पुण्य से ही यह जीवित हुआ है. इस घटना के उपरान्त ही नगर में उसने पूर्णिमा का पूरा व्रत करने का ढिंढोरा पिटवा दिया.
कार्तिक स्नान के नियम और उसके फल
प्रभु शरणम् ऐप्पस पर कल से कार्तिक मास पर विशेष शृंखला आरंभ हो रही है. आप इससे जुड़े रहें ताकि इस महान माहात्म्य वाले व्रत की सभी माहात्म्य कथाओं से वंचित न हो सकें. आपको लगेगा कि यह बहुत उपयोगी ऐप्पस मिल गया जिससे आपकी ऐसी धार्मिक जिज्ञासाएं शांत हुईं जिसकी आपको लंबे समय से तलाश थी. अच्छा न लगे तो डिलीट कर दीजिएगा पर एक बार देख तो लीजिए.
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