सपने सभी देखते हैं और कभी भी देख सकते हैं. सपने में तरह-तरह की चीजें देखते हैं. ऐसे सपने में भी देखते हैं जिनका आपके जीवन में कोई लेना-देना कभी न रहा हो.

सपने में गोपाल देख रहे शिवजी को

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सपने में ऐसे लोग भी दिख जाते हैं जिनसे आपकी न तो कभी भेंट हुई हो या न बात. पशु-पक्षी, परिजन, शादी-ब्याह, मृत्यु-हादसे, पेड-पौधे से लेकर भगवान तक. मीठे सपने, डरावने सपने, सफलतावाले, विनाश वाले सपने में कुछ भी देख सकते हैं. ऐसा होता है क्या आपके साथ.

आज जानेंगे कि कौन से सपने पूरे होते हैं, कौन से कभी नहीं. किस समय देखा सपना कितने दिनों में सच होने की संभावना रहती है. सुखद सपने दिखें तो क्या करना चाहिए, दुखद सपने दिखें तो क्या करना चाहिए. सपने को लेकर स्वप्नशास्त्र की कही बात तो बताएंगे ही साथ ही सपने को लेकर क्या कहता है मनोविज्ञान यह भी बताएंगे. जो सपने देखते हैं उन्हें यह पोस्ट बहुत पसंद आएगी.

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अच्छा सपना देखा पूरा करना है तो जरूर करें यह कामः

  • मत्स्य पुराण अच्छे स्वप्नों को लेकर कुछ जरूरी बातें बताता है. इसके अनुसार यदि कोई अच्छा सपना देखने के बाद नींद खुल जाए तो उसके बाद सोना नहीं चाहिए.
  • उस सपने के लिए ईश्वर का धन्यवाद करना चाहिए.
  • घर में यदि मंदिर है तो उसके समक्ष या मंदिर के समक्ष नहीं बैठना चाहते तो कहीं भी बैठकर भगवान का ध्यान करना चाहिए.
  • आपके जो भी इष्ट देवता हों यानी जिनकी भी आप पूजा करते हैं, कई भी हो सकते हैं उनका चिंतन करना चाहिए.
  • यदि ब्रह्ममुहूर्त है तो उठकर भजन कर सकते हैं.
  • अच्छे सपने से जुडी एक बात ध्यान रखें. इन्हें कभी भी किसी को बताएं नहीं. इन्हें बस अपने तक सीमित रखें.

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बुरा सपना सताए आजमाएं ये उपायः

मत्स्य पुराण बुरे सपनों को लेकर कुछ आवश्यक कार्य बताता है जिसे कर लेना चाहिए-

  • सबसे पहले बुरे सपने को सुबह उठते ही किसी न किसी को जरूर बता देना चाहिए.
  • स्नान आदि के बाद शिवजी का ध्यान करना चाहिए. भगवान श्रीराम ने चित्रकूट में एक बुरा सपना देखा था. उसके बाद उन्होंने शिवजी की वहां विशेष पूजा की थी. शिवमंत्र का दिनभर जप किया था. अतः बहुत बुरा सपना देखा हो तो शिवजी का ध्यान करना चाहिए.
  • बुरा सपना देखा है तो स्नान के बाद तुलसी पौधे में जल देना चाहिए. जल देते समय मां तुलसी के सामने अपना सपना कह देना चाहिए.
  • यदि ऐसा आभास हो कि देखे गए सपने का फल अनिष्टकारी हो सकता है तो उसके निवारण का उपाय कर लें. इससे बुरे स्वप्न का दुष्प्रभाव अत्यन्त क्षीण या समाप्त हो जाता है.
  • यदि भयानक स्वप्न रात 12 से 2 बजे के बीच देखा हो तो तुरंत भगवान शिव का स्मरण करें.
  • एक सौ आठ बार या जितना संभव हो उतनी बार ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जप करें फिर सो जाएं.
  • सुबह उठने के बाद स्नान आदि करके शिवमंदिर जाएं. शिवजी को जल चढ़ाएं एवं वहां कुछ दान कर दें. धन, फल या जो भी उचित समझें थोड़ा भी सही पर दान कर दें. इससे यदि कोई अनिष्टकारी संकट आने वाला हो तो वह नष्ट हो जाता है या उसकी तीव्रता कम हो जाएगी.
  • यदि भयानक सपना सुबह के 4 बजे के आसपास देखा गया है तो प्रातः उठकर बिना किसी से कुछ बोले सबसे पहले तुलसी के पौधे से पूरा सपना कह डालें. इससे दुष्परिणाम समाप्त होता है. फिर स्नानआदि के बाद ऊँ नमः शिवाय का 108 या अधिक बार जप कर लें.
  • यदि स्वप्न बहुत बुरा था और आपके घर में तुलसी नहीं है तो आपको एक काम करना होगा. सुबह उठकर सफेद कागज पर स्वप्न को लिखें फिर उसे जला दें. कागज की राख को नाली में बहा दें. उसके बाद स्नान आदि करके एक माला शिवजी के पंचाक्षरी मंत्र “ऊँ नमः शिवाय जप लें और रूद्राष्टकम् का पाठ कर लें. फिर आप निश्चित हो जाएं बुरा फल नष्ट हो जाएगा. रूद्राष्टकं प्रभु शरणम् के शिवमंत्र सेक्शन में है.
  • यदि भयंकर स्वप्न बहुत परेशान कर रहा है तो शिवजी के साथ-साथ हनुमानजी का भी स्मरण करें. बजरंग बली सभी प्रकार के अनिष्टों का नाश करने वाले संकटमोचन हैं.
  • बुरे स्वप्न का अनिष्ट दूर करने के लिए बजरंग बाण, हनुमानाष्टक, हनुमान चालीसा या हनुमानजी के द्वादश नाम का स्मरण कर सकते हैं.सभी देवी-देवताओं के प्रमुख मंत्र आदि प्रभु शरणम् ऐप्प में उपलब्ध हैं. ये मंत्र भी प्रभु शरणम् के हनुमान मंत्रसंग्रह में हैं. आप उससे पाठ कर सकते हैं. ऐप्प का लिंक दिया जा रहा है-

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  • यदि आपको लगता है कि सपना बहुत ज्यादा अनिष्टकारी था. आपके दिमाग से वह नहीं निकल रहा है तो आप सुंदरकांड का पाठ कर लें. सुबह में या संध्याकाल में कभी भी हनुमानजी के मंदिर में किया जा सकता है. इस पाठ के कर लेने के बाद यदि वही सपना दोबारा भी आता है तो भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं. आप ऐसा समझ लें कि आपने वे ईलाज कर रखे हैं जो इसे बेअसर कर देंगे. बेफिक्र रहें कुछ नहीं बिगड़ेगा.

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सपना कितने दिनों में हो सकता पूराः

  • सूर्योदय से थोड़ा पहले यानी ब्रह्ममुहूर्त में देखे गए सपने का फल 10 ​दिनों में सामने आता है. आंशिक रूप से भी सामने आ सकता है.
  • रात में 12 बजे से पूर्व देखे गए सपने मन की विकृति के कारण आते हैं. ये सपने अर्थहीन मान गए हैं. इन्हें भूल जाएं. इनका न तो कोई फल होता है न ही पूरे होते हैं.
  • रात्रि में 12 से 1 बजे के आसपास देखे सपनों का फल आने में 3 वर्ष तक लगता है. इसलिए इनकी बहुत महत्ता रहती नहीं है.
  • रात्रि 1 से 2 बजे तक देखे सपने का फल एक वर्ष में प्राप्त हो सकता है.
  • रात्रि के 3 से 4 बजे के बीच देखे गए सपनों का फल छह महीने में आने की संभावना रहती है.
  • सुबह के 4 बजे सुबह के 5 बजे के बीच देखे सपनों के तीन महीनों में फल दिख सकते हैं.
  • सुबह के 5 से 6 बजे के बीच सपनों के फलीभूत होने का समय 1 महीना माना जाता है.
  • आपके सोने के नियम के अनुसार यदि आंख खुलने के ठीक पहले कोई स्वप्न दिखता है तो इसे दृष्टांत कहा जाता है. ऐसे सपने सभी को नहीं आते. चिंतकों या साधकों को आते हैं. इन स्वपनों को भविष्य दर्शन भी कहा जाता है जिसमें भविष्य की बात दिखती है.
  • दिन में देखे गए सपनों को अनदेखा करना चाहिए. उनका कोई फल नहीं आता. इसीलिए वे दिवास्वप्न कहे जाते हैं.

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2 COMMENTS

    • आपके शुभ वचनों के लिए आभार. कृपया प्रभु शरणम् ऐप्प भी डाउनलोड कर लें. वह आपके लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा. ऐप्प का लिंक आपको पोस्ट में मिल जाएगा. आप प्ले स्टोर से भी सर्च कर सकते हैं- Prabhu Sharnam

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