हमारा फेसबुक पेज लाईक करें.[sc:fb]
शनि के लिए रत्नः
किसी विद्वान ज्योतिषी के परामर्श से शनि के लिए नीलम धारण करें. नीलम के धारण करने में कई सावधानियां हैं इसलिए विद्वान का परामर्श लें. नीलम महंगा है. उसके स्थान पर उसका उपरत्न नीली भी धारण किया जा सकता है.
शनि की शांति के लिए लाजवर्त भी चांदी या पंचधातु में धारण किया जा सकता है. काले घोड़े की नाल या नौका की कील से बनी लोहे की अंगूठी को मध्यमा उंगली में शनिवार को धारण करना चाहिए.
शनि अमावस्या से अगर ये उपाय करते हैं तो विशेष रूप से शुभ है. यदि शनि अमावस्या से नहीं कर पाते तो किसी अन्य शुभ मुहूर्त में विद्वान के परामर्श से कर सकते हैं.
शनि से भय वे खाएं जो कुटिल हैं, दूसरों से जलते हैं, दूसरों को हानि पहुंचाने या बेईमानी की भावना रखते हैं, कपटी हैं. शनि आपके अंदर ऐसी भावना की प्रेरणा देकर आपकी परीक्षा भी लेते हैं.
यदि आप उनकी परीक्षा में फेल हो गए तो फिर परिणाम भोगने ही होंगे. यदि न्याय के मार्ग पर हैं तो शनि आपका कल्याण करते हैं.
प्रस्तुतिः
डॉ. नीरज त्रिवेदी,
सहायक प्रोफेसर ज्योतिषशास्त्र (राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान)
ज्योतिषाचार्य एवं ज्योतिषशास्त्र में पीएचडी (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय)
अब आप बिना इन्टरनेट के व्रत त्यौहार की कथाएँ, चालीसा संग्रह, भजन व मंत्र , श्रीराम शलाका प्रशनावली, व्रत त्यौहार कैलेंडर इत्यादि पढ़ तथा उपयोग कर सकते हैं.इसके लिए डाउनलोड करें प्रभु शरणम् मोबाइल ऐप्प.
Android मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
iOS मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
ये भी पढ़ें-
पांच दिव्य श्लोकों के पाठ से हो जाते हैं चमत्कारः महादेव ने पार्वतीजी को बताया यह गुप्त रहस्य
श्रीविष्णु को बार-बार क्यों लेना पड़ा है मानव अवतार, हर अवतार में क्यों सहते हैं विरह वेदना
कन्हैया करें नाच, तो मिली थोड़ी छाछ! ब्रह्माजी,शिवजी और इंद्रदेव को प्रभु ने नहीं दी व्रज की छाछ!