हमारा फेसबुक पेज लाईक करें.[sc:fb]
कात्यायनी मंत्र इस प्रकार से हैः
कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि।
नंद गोपसुतं देवि पतिं में कुरु ते नमः॥
(हे कात्यायनि, महामाया, महायोगियों की अधीश्वरि! मुझे भगवान श्रीकृष्ण जैसा पति प्रदान करें. यह कात्यायनि मंत्र श्रीमद्भागवत में बताया गया है)
यदि विवाह बार-बार तय होकर कट जाता है या विवाह होते-होते रह जाता है तो आप कात्यायनी मंत्र के साथ-साथ प्रतिदिन एक माला इस मंत्र का भी जपें. बाधाएं दूर हो जाएंगी
हे गौरी! शंकर अर्धाङ्गिनी यथा त्वं शंकरप्रिया।
तथा माँ कुरुं कल्याणि कान्तं कान्तां सुदुर्लभाम्।
(हे गौरी! शंकर की अर्द्धांगिनी, जिस प्रकार आप शिवप्रिया हैं उसी तरह हे कल्याणी! मुझ कन्या को भी दुर्लभ वर प्रदान करें)
शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.