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जिसे आज खंभात कहते हैं कभी खम्भार्क अथवा ‘स्तंभतीर्थ’ कहलाता था. गुजरात में खंभात की खाड़ी के सिरे पर माही नदी के मुहाने पर यह तीर्थ स्थित है, पौराणिक ग्रंथों में इसे दाह संस्स्कार के लिए प्रयाग से भी उत्तम माना गया है.
देश का नाम भारतवर्ष जिन भरत के नाम पर पड़ा उनके बेटे थे राजर्षि शतश्रृंग. शतश्रृंग के आठ बेटे और एक बेटी हुई. बेटी को कुमारी कहकर बुलाया गया. उसका शरीर तो बहुत सुंदर था पर उसका मुख बकरी के मुख जैसा था.
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