[sc:fb]

परशुराम ने सोचा, अरे यह मैं कहां आ गया, ऐसे गुरु से क्या कल्याण होगा. वे पीछे मुड़ने ही वाले थे कि हंसने के साथ किसी ने उन्हें पुकारा, आओ, आओ परशुराम, हिचको नहीं. तुम्हें संवर्त ने मेरे पास भेजा है न. कल्याण की लालसा से आये हो. आओ बैठो.

परशुराम सकुचाते हुये भीतर आये, बैठ गये. पर शंका के भाव उनके चेहरे से अभी गया नहीं था. दत्तात्रेय बोले, जिन चीजों को तुम देख रहे हो परशुराम, इस आश्रम के बहुत से साधु और साधक उसे देखकर आश्रम छोड़ कर कर चले गये. मैंने उन्हें नहीं रोका. उनमें श्रद्धा की घोर कमी थी.

तुम श्रद्धा भाव ले कर आये हो, श्रद्धा का मतलब है कि जिसके प्रति श्रद्धा हो उसके दोष देखने की बुद्धि ही उत्पन्न न होने दो. इसलिये तुम इन पर ध्यान न दो. संसार में मुक्ति का रास्ता एक ही है. अपनी इंद्रियों को वश या नियंत्रण में रखना.

यह सब चीजें मैं अपने पास इसलिये रखता हूं कि इनके करीब होने पर भी मैं अपनी इंद्रियों को अपने वश में रख सकूं. इंद्रियों को जीत लिया तो समझो सब जीत लिया. सचाई जानकर परशुराम मुनि दत्तात्रेय के चरणों में गिर पड़े.

दत्तात्रेय ने परशुराम को समझाया कि मां त्रिपुर सुंदरी की आराधना में लग जाओ. वही तुम्हारे सारे मनोरथ पूरे करेंगी. उन्होंने परशुराम को मां त्रिपुर सुंदरी की उपासना की तांत्रिक विधि,रहस्य समझाये, तत्वज्ञान दिया और दीक्षा तथा आशीर्वाद दे कर एकांत साधना के लिये महेंद्र पर्वत पर भेज दिया.
स्रोत: त्रिपुर रहस्य, (Pic courtsey, MaaDurgawallpaper)
अपीलः
यदि आपको लगता है हमारी बात- ईश्वर से डरें नहीं उनसे प्रेम करें सही है और आप भी इसी में विश्वास रखते हैं तो आप प्रभु शरणम् से जुड़ जाएं. हम इसी प्रकार से ईश्वर की भक्तिरस का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. वर्तमान समय की यही आवश्यकता है. आप प्रभु शरणम् एप्प डाउनलोड कर लें और हमारा फेसबुक पेज भी जरूर लाइक करें.

आप इसे ऐसे समझें कि जो ईश्वर की स्तुति का अभियान चला रहे हैं उसमें आपकी ओर से ये श्रद्धा पुष्प होंगे. आप दिनभर इंटरनेट यूज करते हैं. कुछ डेटा धार्मिक ज्ञान के लिए खर्च की जाए तो क्या हर्ज है.

एप्प का लिंक और फेसबुक पेज का लिंक दोनों ही पोस्ट की शुरूआत में भी था, फिर से दे रहे हैं. अक्षय तृतीया ऐसे शुभ कार्यों के लिए एक शुभ दिवस है.

प्रभु शरणम् की सारी कहानियां Android व iOS मोबाइल एप्प पे पब्लिश होती है। इनस्टॉल करने के लिए लिंक को क्लिक करें:
Android मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
iOS मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें

फेसबुक पेज लाइक करें-
[sc:fb]

ये भी पढ़ें-

अक्षय तृतीयाः सोना खरीदने नहीं, सोना बनने का पर्व

बच्चों के सामने ईश्वर को कोसकर अपने बच्चे का कितना नुकसान किया कोई अंदाजा है!

पराया धन ढेला समानः सुंदर गुणों के विकास के लिए उपमन्यु की कथा बच्चों को सुनाएं

3 COMMENTS

    • अभी यह आईफोन के लिए नहीं है. जल्द ही उपलब्ध होगा. क्षमाप्रार्थी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here