October 8, 2025

चतुर्मास के बाद करें शालिग्राम तुलसी विवाह

आषाढ़ मास से कार्तिक मास तक का समय चातुर्मास कहा जाता है. चार महीने भगवान विष्णु क्षीरसागर की अनंत शैय्या पर योगनिद्रा में शयन करते हैं. देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी…

गणेश जी का ब्याह- रिद्धि-सिद्धि से

ब्रह्मचारी गणेशजी के दो ब्याह कैसे हुए

गणेश जी ने ब्रह्मचारी रहने का संकल्प लिया था. दैवयोग से संयोग ऐसे बने कि उनका ब्रह्मचारी रहने का संकल्प तो टूटा ही दो विवाह हो गए. गणेश जी की दो…

भगत के वश में हैं भगवान सदना जी की विभोर करने वाली कथा

भक्त की लालसा होती है कि भगवान प्रसन्न होकर दर्शन दें. भगवान को प्रसन्न करने को भेंट अर्पित करता है, भंडारे कराता है, जागरण कराता है. भगवान इससे ही रीझते हैं?…