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आज 18 मई 2015 को उदया तिथि से सोमवती अमावस्या है. अमावस्या का आरंभ कल ही हो गया था लेकिन आज सूर्योदय से सुबह 9:45 तक भी अमावस्या रही इसलिए यह सोमवती अमावस्या कही गई है.
ज्योतिषशास्त्र में उदया तिथि से आरंभ हुई तिथि की गणना पूरे दिन करने का भी प्रावधान है इसलिए आज दिनभर सोमवती अमावस्या कही जाएगी. सोमवार की अमावस्या बड़े भाग्य से ही होती है.
प्रत्येक मास अमावस्या आती है परंतु ऐसा बहुत कम होता है जब अमावस्या सोमवार के दिन पड़े. कहते हैं पाण्डव पूरे जीवन तरसते रहे, परन्तु उनके जीवनकाल में सोमवती अमावस्या नहीं आई.
इसलिए सोमवती अमावस्या की महिमा बड़ी है. इस दिन को नदियों, तीर्थो में स्नान, गोदान, अन्नदान, ब्राह्मण भोजन, वस्त्र आदि दान के लिए विशेष माना जाता है।
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