lord hanuman
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हनुमानजी की आराधना से जुड़े प्रश्न लगातार आ रहे हैं. उनमें से सबसे ज्यादा प्रश्न इस संदर्भ में होते हैं कि क्या स्त्रियों को हनुमद् आराधना करनी चाहिए? सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि हनुमद् आराधना का अर्थ क्या है.

हनुमानजी चिरंजीवी अर्थात हमेशा जीवित रहने वाले देवता हैं. हनुमान का एक अर्थ है अहंकार रहित. हनु का मतलब हनन करना और मान का मतलब अहंकार. हनुमान अर्थात जिसने अपने अहंकार का हनन कर लिया हो.

हनुमानजी विनम्रता के पर्याय हैं. हनुमानजी ने जो भी कार्य किए वे असाध्य थे. उनके गुण ऐसे प्रेरणास्त्रोत हैं जिनका पालनकर हम अपना व्यक्तित्व निखार सकते हैं. हनुमानजी की कृपा सिर्फ आसुरी प्रवृति के इंसानों, भूत-प्रेतों, दूसरों का अनिष्ट चाहने वालों को नहीं मिलती. शेष सभी जन उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं. इसलिए स्त्रियों पर प्रतिबंध का प्रश्न ही नहीं. हां इससे जुड़ी कुछ बाते हैं.

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