Lord Ram

प्रभु शरणं के पोस्ट की सूचना WhatsApp से चाहते हैं तो अपने मोबाइल में हमारा नंबर 9871507036 Prabhu Sharnam के नाम से save कर लें। फिर SEND लिखकर हमें उस नंबर पर whatsapp कर दें।

जल्दी ही आपको हर पोस्ट की सूचना whatsapp से मिलने लगेगी। हमारा फेसबुक पेज लाइक कर लें इससे भी आपको पोस्ट की सूचना मिलती रहेगी. इसका लिंक इसी लाइन के नीचे में है.

[sc:fb]

भगवान श्रीराम अयोध्यापति के सिंहासन पर आसीन अपनी राजसभा में विराजमान थे. प्रभु प्रतिदिन विश्राम के लिए जाने से पहले यह पक्का कर लेते थे कि कहीं कोई फरियादी अपनी गुहार लगाने को बाकी न रह गया हो.

श्रीराम ने विश्राम के लिए उठने ले पूर्व लक्ष्मणजी से कहा- भाई लक्ष्मण एक बार बाहर अच्छे से देख लो कि कहीं कोई खड़ा तो नहीं. न्याय की आस में खड़ा कई दिखे, चाहे वह मानव हो या पशु, उसे तत्काल सम्मान के साथ लेकर आओ.

लक्ष्मणजी राजसभा से बाहर गए और अच्छे से देखा. उन्हें कोई मनुष्य तो प्रतीक्षारत नहीं दिखा परंतु दरवाजे पर एक कुत्ता रोता हुआ दिख गया.

लक्ष्मणजी को बड़ा अचंभा हुआ. श्रीराम के दरबार के बाहर एक कुत्ता विलाप क्यों कर रहे हैं, उन्होंने कुत्ते से पूछा कि क्या तुम्हें कोई परेशानी है. यदि है तो चलो, स्वयं अयोध्यापि श्रीराम तुम्हारे कष्ट दूर करेंगे.

लक्ष्मणजी की बात सुनने के बाद भी वह कुत्ता दरबार के भीतर आने से मना करता रहा. लक्ष्मणजी बार-बार कहने लगे तो कुत्ते ने शास्त्रों की बात शुरू कर दी.

कुत्ते ने तर्क दिया- हे रघुकुल के कुलरत्न लक्ष्मणजी मैं अधम योनि में पैदा हुआ हूं. राजा साक्षात धर्म का रूप होता है. इसलिए मेरा राजमहल में प्रवेश करना धर्म के विरूद्ध होगा. मैं इसी कारण अंदर नहीं जा रहा.

शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here