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परंतु यदि लक्ष्मी देवी सिर पर आसीन हों तो विनाश करती हैं. असुरों ने स्वयं लक्ष्मी को सिर पर सवार कर रखा है. आप उनसे युद्ध करें. असुरों का विनाश निश्चित है.
देवों ने भगवान दत्तात्रेय द्वारा बताई बात का ध्यान रखकर असुरों पर सहज ही जीत हासिल की. देवों ने भगवान दत्तात्रेय की आराधना की.
भगवान दत्तात्रेय की यह महिमा गर्ग ऋषि ने कार्तवीर्य अर्जुन को सुनाई थी और कहा था कि भगवान दत्तात्रेय को प्रसन्न कर उनके शिष्य बन जाओ फिर तुम्हारे लिए कुछ भी असंभव नहीं.
कार्तवीर्य ने दत्तात्रेयजी को प्रसन्नकर हजार भुजाओं का वर मांगा और सहस्त्रार्जुन या सहस्त्रबाहु के नाम से विख्यात हुआ. उसने रावण को युद्ध में पराजित किया था.
(भृगु संहिता और वायु पुराण की कथा)
संकलन व संपादनः राजन प्रकाश
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