हमारा फेसबुक पेज लाईक करें.[sc:fb]
शनि की पकड़ से बचने का ऐसा फितूर सवार हुआ कि इंद्र एक पेड़ की कोटर में जा छुपे. लेकिन शनि तो इंद्र को खोजने निकले ही नहीं. उन्होंने इंद्र पर केवल अपनी छाया भर डाल दी थी. कुछ किए बिना ही इंद्र बेचैन रहे, खाने-पीने की सुध न रही.
रात हुई तब इंद्र कोटर से निकले. इंद्र खुश हो रहे थे कि उन्होंने शनिदेव को चकमा दे दिया. अगली सुबह उनका सामना शनिदेव से हो गया. शनि अर्थपूर्ण मुद्रा में मुस्कराए.
इंद्र बोले-कल का पूरा समय निकल गया और आप मेरा बाल भी बांका नहीं कर सके. अब तो कोई संदेह नहीं है कि मेरी शक्ति आपसे अधिक है? नारद जैसे लोगों ने बेवजह आपको सर चढ़ा रखा है.
शनि ठठाकर हँसे- मैंने कहा था कि कल आप खाना−पीना भूल जाएंगे. वही हुआ. मेरे भय से बिना खाए-पीए पेड़ की कोटर में छिपना पड़ा. यह मेरी छाया का प्रभाव था जो मैंने आप पर डाली थी. जब मेरी छाया ने ही इतना भय दिया, यदि मैं प्रत्यक्ष कुपित हो जाऊं तो क्या होगा?
इंद्र का गर्व चूर हुआ. उन्होंने क्षमा मांगी.
संकलन व प्रबंधन: प्रभु शरणम् मंडली
आप सभी Maa Durga Laxmi Sharnam एप्पस जरूर डाउनलोड कर लें. माँ लक्ष्मी व माँ दुर्गा को समर्पित इस एप्प में दुर्लभ मन्त्र, चालीसा-स्तुति व कथाओं का संग्रह है. प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लें या यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करें. विनती है कि कृपया एप्प की रेटिंग जरूर कर दें.
ये भी पढ़ें-
जानिये क्यों कोई काम छोटा नहीं होता : हनुमानजी के जीवन की अति प्रेरक कथा
माता सीता ने क्या युद्ध में रावण के वंश के एक असुर का संहार भी किया था
कहीं आप भी तो नहीं करते वही काम जिससे राजा भोज जैसे विद्वान मूर्खराज कह दिए गए- प्रेरक कथा
प्रभु श्रीराम का सम्मान, धर्मसंकट में सेवक श्री हनुमानः हनुमानजी की भक्ति कथा
हम ऐसी कथाएँ देते रहते हैं. Facebook Page Like करने से ये कहानियां आप तक हमेशा पहुंचती रहेंगी और आपका आशीर्वाद भी हमें प्राप्त होगा: