प्रभु शरणं के पोस्ट की सूचना WhatsApp से चाहते हैं तो अपने मोबाइल में हमारा नंबर 9871507036 Prabhu Sharnam के नाम से save कर लें। फिर SEND लिखकर हमें उस नंबर पर whatsapp कर दें.
जल्दी ही आपको हर पोस्ट की सूचना whatsapp से मिलने लगेगी। इस लाइऩ के नीचे फेसबुकपेज का लिंक है. इसे लाइक कर लें ताकि आपको पोस्ट मिलती रहे.
[sc:fb]
एक चित्रकार की बड़ी ख्याति थी. उसके चित्रों को दुनियाभर से लोग खरीदने आते थे लेकिन वह चित्र किसे बेचेगा इसका निर्णय भी बहुत सोच-विचारकर करता था.
चित्रकार अब बूढ़ा हो चला था. अब वह ज्यादा काम नहीं कर पाता था. उसने अब विश्राम का निर्णय लिया और अपनी बेहतरीन पेटिंग्स के साथ एक प्रदर्शनी लगाई.
लोगों को पता चला कि अब शायद कोई प्रदर्शनी न लगे तो लोगों की भीड़ उमड़ी. सब उसकी पेटिंग देखना और खरीदना चाहते थे पर वह बेचता सबको कहां था!
जिस हॉल में प्रदर्शनी लगी थी उसमें सौसे अधिक पेटिंग्स सजी थीं. प्रदर्शनी के आखिर में कोने में एक विचित्र पेटिंग लगी थी.
उसमें एक व्यक्ति का चित्र था. जिसके मुंह को पूरी तरह से बालों से ढंक दिया था. चेहरा तो ज्यादा नजर ही नहीं आता था. उसके पैरों में पंख बने थे और पेंटिंग का नाम दिया गया था- अवसर.
जिस प्रदर्शनी में एक से एक पेंटिग्स लगे हों वहां कोने में लगी ऐसी विचित्र पेंटिंग को कौन देखे. उधर ज्यादा लोग आते भी नहीं थे. आए भी तो सरसरी निगाह से देखा और चले गए.
एक किशोरावस्था की लड़की उस पेंटिग के पास आकर ठहर गई. उसने उसे गौर से देखा. कई बार देखा पर समझ नहीं पाई. उसका कौतूहल बढ़ता रहा. वह उस पेटिंग को देखकर समझने का प्रयास करती रही.
शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.