“ॐ नम: शिवाय” इस मंत्र से संसार में भला कौन नहीं परिचित होगा. इसे पंचाक्षर मंत्र के नाम से भी जाना जाता है. पंचाक्षर मंत्र नमः शिवाय है लेकिन प्रणव…
शिवजी कर्मप्रधान देव हैं. सभी कर्मों को निर्विकार भाव से करने का आदेश देते हैं. यदि आप कर्मबंधन से बंधे होने के कारण व्यस्त हैं और विधिवत शिवजी का पूजन…