श्राद्ध कर्म से पितर तृप्त होते हैं. जिस कुल में पितर तृप्त नहीं वह कुल कभी सुख-शांति से नहीं रह सकता. श्राद्ध कर्म, तर्पण से जुड़ी काम की सारी बातें.…