October 8, 2025

पैसा बड़ा या प्रभु नाम- नानकदेव ने कैसे तोड़ा सेठ का अभिमान

guru-nanak-dev-ji-48a
अब आप बिना इन्टरनेट के व्रत त्यौहार की कथाएँ, चालीसा संग्रह, भजन व मंत्र , श्रीराम शलाका प्रशनावली, व्रत त्यौहार कैलेंडर इत्यादि पढ़ तथा उपयोग कर सकते हैं.इसके लिए डाउनलोड करें प्रभु शरणम् मोबाइल ऐप्प.
Android मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
iOS मोबाइल ऐप्प के लिए क्लिक करें
एक बार गुरु नानकदेवजी भक्तों को प्रभुसेवा की महिमा पर प्रवचन कर रहे थे. एक साहूकार जिसे अपने धन पर बड़ा गुमान था, वह उनके पास आया और बोला- ‘नानकदेवजी आपके प्रवचन का महत्व ज्यादा है या मेरी दौलत का?
शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

Share: